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गुर्दे में पथरी का रामबाण इलाज - ये घरेलू नुस्खे देंगे राहत



क्या आप जानते हैं कि भारत में हर साल लगभग 12% लोग गुर्दे की पथरी (kidney stones) की समस्या से जूझते हैं? यह दर्शाता है कि यह समस्या कितनी आम हो गई है। अगर आपने कभी गुर्दे की पथरी का दर्द सहा है, तो आप जानते होंगे कि यह कितना असहनीय हो सकता है। लेकिन घबराइए मत! सही जानकारी और घरेलू उपायों से आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं और इसे भविष्य में होने से रोक भी सकते हैं। आज हम आपको गुर्दे की पथरी के कारण, लक्षण और सबसे महत्वपूर्ण - घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे, जो आपको इस दर्दनाक स्थिति से राहत दिला सकते हैं।

गुर्दे की पथरी क्या होती है? (What is Kidney Stone?)

गुर्दे की पथरी, जिसे किडनी स्टोन भी कहते हैं, छोटे और कठोर खनिजों और लवणों के क्रिस्टल होते हैं जो आपके गुर्दों में जमा हो जाते हैं। ये क्रिस्टल रेत के दानों जितने छोटे से लेकर गोल्फ की गेंद जितने बड़े हो सकते हैं। जब मूत्र में खनिज और एसिड का संतुलन बिगड़ता है, तो ये पदार्थ क्रिस्टल के रूप में गुर्दों में इकट्ठा होने लगते हैं, जिससे पथरी बनती है।

गुर्दे की पथरी के प्रमुख कारण (Major Causes of Kidney Stones)

गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे क्या कारण होते हैं? आइए, हम इसके कुछ मुख्य कारणों को समझें जो आपको इससे बचने के लिए सचेत कर सकते हैं।

  • कम पानी पीना: यह सबसे आम कारण है। जब हम पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो हमारा मूत्र अधिक सांद्रित (concentrated) हो जाता है। इससे मूत्र में मौजूद खनिज जैसे कि कैल्शियम, ऑक्सलेट, और यूरिक एसिड (uric acid) आपस में मिलकर क्रिस्टल बना लेते हैं, जो बाद में पथरी का रूप ले लेते हैं।
  • उच्च खनिज युक्त आहार: कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कि पालक, चुकंदर, और चॉकलेट में ऑक्सलेट (oxalate) की मात्रा अधिक होती है। जब ये खनिज शरीर में कैल्शियम के साथ मिल जाते हैं, तो पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
  • पारिवारिक इतिहास और आनुवंशिकी: कई बार, यह समस्या वंशानुगत होती है। अगर आपके परिवार में पहले किसी को गुर्दे की पथरी की समस्या रही है, तो आप में भी इसके विकसित होने की संभावना ज़्यादा होती है।
  • मोटापा: शरीर का अधिक वजन गुर्दे पर अतिरिक्त दबाव डालता है और गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ा देता है। मोटापा भी मूत्र में खनिजों के संग्रहण को बढ़ावा दे सकता है, जो पथरी के निर्माण को प्रेरित करता है।
  • चिकित्सीय स्थितियाँ: कुछ स्वास्थ्य स्थितियाँ जैसे कि हाइपरपैराथायरायडिज़्म (hyperparathyroidism) और कुछ प्रकार के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग भी पथरी का कारण बन सकते हैं। ये स्थितियाँ शरीर में कैल्शियम के स्तर को असामान्य रूप से बढ़ा देती हैं, जिससे पथरी के बनने की संभावना बढ़ जाती है।
  • कुछ विशेष प्रकार की दवाइयाँ: एंटीबायोटिक्स (antibiotics) और मूत्रवर्धक दवाएँ (diuretics) भी कभी-कभी पथरी बनने का कारण बन सकती हैं। ये दवाइयाँ मूत्र में खनिजों की मात्रा को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे पथरी का निर्माण होता है।

इन कारणों को समझकर आप गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकते हैं। अपनी दिनचर्या में थोड़े से बदलाव करके आप इस दर्दनाक स्थिति से बच सकते हैं।

पथरी के लक्षण (Symptoms of Kidney Stones)

क्या आपने कभी अचानक से पीठ के निचले हिस्से में तेज़ दर्द महसूस किया है? या फिर पेट के निचले भाग में या कमर के किनारों पर दर्द हुआ है? यदि हाँ, तो हो सकता है कि ये गुर्दे की पथरी के लक्षण हों। गुर्दे की पथरी के लक्षण कई बार तो इतने स्पष्ट होते हैं कि इन्हें अनदेखा कर पाना मुश्किल होता है।

  • तीव्र दर्द (Intense Pain): यह दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से में, पेट के निचले भाग में या कमर के किनारों पर महसूस होता है। यह दर्द लहरों में आता है और इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति को बैठने में भी कठिनाई हो।
  • मूत्र में रक्त (Blood in Urine): मूत्र का रंग गुलाबी, लाल, या भूरा हो सकता है, जो खून की मौजूदगी को दर्शाता है।
    मूत्र त्याग में कठिनाई (Trouble Urinating): मूत्र त्यागते समय दर्द या जलन हो सकती है। यह दर्द बहुत ही परेशान कर सकता है और मूत्र की धारा भी बीच-बीच में रुकावट के साथ हो सकती है।
  • अधिक बार मूत्र त्याग (Frequent Urination): आपको सामान्य से ज़्यादा बार मूत्र त्यागने की आवश्यकता महसूस हो सकती है।
  • मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting): कई बार पथरी की वजह से भारी मतली और उल्टी हो सकती है, जो दर्द के कारण बढ़ सकती है।

ये लक्षण अगर आपको नज़र आएँ, तो यह गुर्दे की पथरी की ओर इशारा कर सकते हैं।

गुर्दे की पथरी के घरेलू उपचार (Home Remedies for Kidney Stones)

गुर्दे की पथरी के लिए घरेलू उपचार अक्सर सरल और प्रभावी होते हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही नुस्खे, जो आपको इस समस्या से राहत दिला सकते हैं:

  1. नींबू का रस और जैतून का तेल (Lemon Juice and Olive Oil): नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड पथरी को घुलाने में मदद करता है। एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच जैतून का तेल (olive oil) मिलाकर दिन में तीन बार पीने से पथरी में आराम मिल सकता है।
  2. अनार का जूस (Pomegranate Juice): अनार का जूस गुर्दे की सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स की भरमार होती है। यह पथरी को घोलने में मदद करता है और गुर्दे को स्वस्थ रखता है। रोजाना ताज़ा अनार का जूस पीना फायदेमंद होता है
  3. तुलसी की पत्तियाँ (Tulsi): तुलसी की पत्तियाँ गुर्दे के लिए टॉनिक की तरह काम करती हैं। तुलसी के पत्ते चबाने या इसके रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से पथरी में आराम मिलता है। यह पथरी को निकालने में भी सहायक होता है।
  4. जौ का पानी (Barley Water): जौ के पानी को दिन में 3-4 बार पीना गुर्दे की पथरी के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। जौ का पानी पीने से मूत्र प्रवाह बढ़ता है, जो पथरी को निकालने में मदद करता है।
  5. सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar): सेब का सिरका में मौजूद एसिटिक एसिड पथरी को घोलने में मदद करता है। एक चम्मच सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिलाकर दिन में कई बार पीने से पथरी के लक्षणों में कमी आती है।
  6. तरबूज़ (Watermelon): तरबूज़ में पानी की मात्रा ज़्यादा होती है जो हाइड्रेशन में मदद करती है। तरबूज़ खाने से मूत्र में साइट्रेट्स की मात्रा बढ़ती है, जो पथरी के बनने की प्रक्रिया को कम करती है।
  7. गेहूं के ज्वारे का रस (Wheatgrass Juice): गेहूं के ज्वारे में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और मूत्रवर्धक गुण पथरी को निकालने में सहायक होते हैं। इसके जूस का नियमित सेवन करने से पथरी के लक्षणों में राहत मिलती है।
  8. खीरा (Cucumber): खीरा पानी की उच्च मात्रा वाला फल है, जो हाइड्रेशन बढ़ाने में मदद करता है। यह गुर्दे की पथरी को घोलने और निकालने में असरदार होता है क्योंकि यह मूत्र को पतला करता है और इसमें मौजूद खनिजों की एकाग्रता को कम करता है।
  9. हल्दी का पानी (Turmeric Water)): हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं, जो गुर्दे की सूजन और पथरी के दर्द को कम कर सकते हैं। एक चम्मच हल्दी को गर्म पानी में मिलाकर पीने से पथरी के लक्षणों में आराम मिलता है।
  10. मूली का रस (Radish Juice): मूली एक उत्कृष्ट मूत्रवर्धक होती है, जो मूत्र की मात्रा को बढ़ाती है और पथरी को घोलने में सहायता करती है। खाली पेट मूली का रस पीने से पथरी के निकास में मदद मिलती है।
  11. अजवाइन का पानी (Ajwain Water): अजवाइन में एंटीऑक्सिडेंट और मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जो पथरी के निर्माण को रोकने में मदद करते हैं। अजवाइन के बीज को पानी में उबालकर, उस पानी को छानकर पीना पथरी के लिए फायदेमंद होता है।
  12. कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds): कद्दू के बीज में ज़िंक (zinc) होता है, जो गुर्दे की पथरी के लिए बहुत लाभकारी है। इन बीजों का चूर्ण बनाकर रोज़ाना पानी के साथ सेवन करने से पथरी में आराम मिलता है।

ये सभी घरेलू उपचार सरल और प्रभावी हैं। हालांकि, अगर लक्षण गंभीर हों तो आयुर्वेदिक सलाह लेना उत्तम होता है। इन उपायों को अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करके आप गुर्दे की पथरी के दर्द और असुविधा से राहत पा सकते हैं।

गुर्दे की पथरी से बचाव के उपाय (Prevention Tips)

गुर्दे की पथरी से बचना चाहते हैं? यह जानना ज़रूरी है कि छोटे-छोटे परिवर्तनों से आप इस दर्दनाक स्थिति से बच सकते हैं। यहां कुछ सरल लेकिन असरदार उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकते हैं:

पर्याप्त पानी पीएं: यह सबसे आधारभूत और महत्वपूर्ण उपाय है। खूब पानी पीने से आपका मूत्र पतला रहता है, जिससे खनिज और नमक के क्रिस्टल बनने की संभावना कम होती है। दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।
खनिज संतुलन बनाए रखें: कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें, लेकिन अधिक मात्रा में नहीं। डॉक्टर की सलाह से अपने आहार में कैल्शियम की मात्रा को संतुलित रखें, क्योंकि अधिक कैल्शियम से भी पथरी बन सकती है।
ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें: ऑक्सालेट से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे कि पालक, चुकंदर, और मूंगफली का सेवन कम करें क्योंकि ये आपके गुर्दे में पथरी के निर्माण को बढ़ावा दे सकते हैं।
नमक का सेवन कम करें: अधिक नमक का सेवन भी पथरी के खतरे को बढ़ाता है। प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड में ज़्यादा सोडियम होता है, इसलिए इनका सेवन सीमित करें।
प्रोटीन का संतुलित सेवन करें: उच्च प्रोटीन आहार भी गुर्दे पर दबाव डाल सकता है और पथरी के निर्माण को बढ़ावा दे सकता है। मांस और अन्य प्रोटीन स्रोतों का सेवन मॉडरेशन में करें।

इन सरल उपायों को अपना कर आप गुर्दे की पथरी के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

गुर्दे की पथरी एक तकलीफ़देह अनुभव हो सकता है, लेकिन सही जानकारी, घरेलू उपाय और थोड़ी सी सावधानी से आप इससे राहत भी पा सकते हैं और भविष्य में इससे बचाव भी कर सकते हैं। आपने जाना कि कैसे नींबू का रस, तुलसी के पत्ते, अनार का जूस जैसे घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं, और कैसे पानी पीना, सही खानपान और नियमित व्यायाम पथरी से बचने के आसान उपाय हैं।
अब आपकी बारी है — अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव लाकर आप अपने गुर्दों को स्वस्थ रख सकते हैं। किंतु याद रखिए, अगर लक्षण गंभीर हों तो देर न करें, तुरंत आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।

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